हरदोई, योग मस्तिष्क और शरीर के संबल का प्रतीक है: लक्ष्मी कांत त्रिपाठी
शाहाबाद(हरदोई)
अष्टम अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह पूर्वक बड़ी फील्ड पर आयोजित हुआ।
नगर पालिका परिषद द्वारा बड़ी फील्ड पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का शुभारंभ संयुक्त रूप से अध्यक्ष प्रतिनिधि सभासद लक्ष्मी कांत त्रिपाठी, इंस्पेक्टर सुरेश कुमार मिश्र,अधिशाषी अधिकारी संजय कुमार, अधिवक्ता राम सनेही मिश्र, भाजपा नेता राजेन्द्र प्रसाद मिश्र ने किया।
इस अवसर पर योग दिमाग और शरीर के संबल का प्रतीक है: लक्ष्मी कांत त्रिपाठी ने कहा कि योग मस्तिष्क और शरीर के संबल का प्रतीक है।
योग मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य है; विचार, संयम और स्वास्थ्य पूर्ति प्रदान करने वाला है तथा स्वास्थ्य और भलाई के लिए एक समग्र दृष्टिकोण को भी प्रदान करने वाला है। यह व्यायाम के बारे में नहीं है, लेकिन अपने भीतर एकता की भावना, दुनिया और प्रकृति की खोज के विषय में है। हमारी बदलती जीवन- शैली में यह चेतना बनकर, हमें जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद कर सकता है।
अम्बरीष कुमार सक्सेना के संचालन में हुए इस योग कार्यक्रम में योग प्रशिक्षक योगेश गुप्ता, प्रवेंद्र सिंह,विशाल द्विवेदी, सुतीक्ष्ण राठौर,श्याम सुंदर सैनी,एवं नोडल अधिकारी डॉक्टर मधु सिंह ने उपस्थित जनसमूह को आसन,प्राणायाम कराए।
इस अवसर पर सभासद अखिलेश त्रिपाठी,संजय तिवारी,विनोद राठौर,अनिल त्रिपाठी,अधिवक्ता अमित मिश्र,सफाई निरीक्षक दीपक कुमार, राजस्व निरीक्षक अनस अहमद खां,असद हुसैन खां, शान खां,पीयूष शुक्ला,प्रधानाचार्या नूरुल हुमा सहित सैकड़ों,महिलाएं,पुरुष और स्कूल कालेजों के छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
योग मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य है; विचार, संयम और पूर्ति प्रदान करने वाला है तथा स्वास्थ्य और भलाई के लिए एक समग्र दृष्टिकोण को भी प्रदान करने वाला है। यह व्यायाम के बारे में नहीं है, लेकिन अपने भीतर एकता की भावना, दुनिया और प्रकृति की खोज के विषय में है। हमारी बदलती जीवन- शैली में यह चेतना बनकर, हमें जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद कर सकता है।
उधर शिव सत्संग मंडल आश्रम, हुसेनापुर धौकल के परिसर मे सत्संगी बंधुओ के द्वारा योग पर्व मनाया गया।
योग पर्व मे मंडल अध्यक्ष आचार्य अशोक , महात्मा शांतानंद, योग प्रशिक्षक मोहित राजपूत व सत्यम सक्सेना, सत्संगी राम लखन, भैया लाल, राम बहोरन, देव सिंह, रजनीश राजपूत, शिव ओम राजपूत, प्रदीप, बबलू आदि सत्संगी उपस्थित रहे।