हरदोई,संस्कृत और संस्कृति को बचाने के लिए सोने का नाटक कर रही सरकार
हरदोई । हिंदू रक्षा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरिद्वार के अनंत श्री विभूषित परिव्राजकाचार्य महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरि ने कहा कि संस्कृत और संस्कृति को बचाने के नाम पर प्रदेश और देश की सरकार सोने का नाटक कर रही है। सनातन संस्कृति को बढ़ावा देने वाले गुरुकुल बंद कराए जा रहे हैं, जबकि मदरसों को हाइटेक बनाने के लिए सरकारें फंड दे रहीं हैं।
महामंडलेश्वर ने गुरुवार को यहां से गुजरते समय पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में मोदी सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि मोदी जी को अपने वायदों को पूरा करना चाहिए। चुनाव में उन्होंने कहा था कि एक-एक वोट की कीमत चुकाऊंगा। हिंदुओं ने उन्हें वोट दिया है, इसके लिए हिंदुओं की संस्कृति व संस्कृत से जुड़े कार्यों को भी बल मिलना चाहिए। कहा कि यदि मोदी जी ऐसा नहीं करते हैं उन पर वोट ऋण का भार रहेगा। महामंडलेश्वर ने गुरुकुल बंद किए जाने और संस्कृत विद्यालयों की दशा पर कहा कि सोते हुए तो, जगाया जा सकता है, लेकिन जागते हुए सोने का नाटक करने वालों को नहीं। कहा कि इस विषय पर सरकार जानकार पर अनजान बनी हुई है और यही वजह है कि संस्कृत विद्यालयों में सुविधाएं तो दूर की बात, शिक्षक तक नहीं हैं। अंग्रेजी और मदरसा शिक्षा को तो सरकार बढ़ावा देने के लिए फंड जारी कर रही है, लेकिन संस्कृत विद्यालयों की ओर से देखने का भी काम नहीं किया है।
हिंदुओं के यहां अब भी पांडवों की आवश्यकता : महामंडलेश्वर ने कहा कि हिंदुओं को अपनी रक्षा के लिए शक्ति की जरूरत है, इसके लिए हिंदुओं को पांच पुत्र और कम से कम तीन पुत्रियां करनी चाहिए। वर्तमान में हिंदुओं में एक पुत्र का कल्चर पनपा है, जो स्वयं की सुरक्षा के लिहाज से घातक है। जब एक मां-पिता के पांच पुत्र होंगे तो, सामने वाला भी इन पांडवों की शक्ति के एहसास से दबंगई और उपद्रव करने से डरेगा।
वायरल वीडियो पर पुलिस को दी तहरीर : महामंडलेश्वर ने वायरल हो एक वीडियो में भगवान शंकर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है। इस पर उन्होंने साथ आए आत्मानंद गिरि की ओर से रिपोर्ट दर्ज करने के लिए शहर कोतवाली पुलिस को तहरीर दी है।इस मौके पर अनिल सिंह झरोहिया, (अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा अध्यक्ष), अभिषेक मिश्रा, शैलेंद्र सिंह, रवेन्द्र पाल सिंह, शशिदेव सिंह, राजीव सिंह, राकेश सिंह, विरेश सिंह, निर्मल सिंह, अभिषेक मिश्रा, प्रद्युमनरअनिल सिंह झरोहिया, (अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा अध्यक्ष), अभिषेक मिश्रा, शैलेंद्र सिंह, रवेन्द्र पाल सिंह, शशिदेव सिंह, राजीव सिंह, राकेश सिंह, विरेश सिंह, निर्मल सिंह, अभिषेक मिश्रा, प्रद्युमन आदि मौजूद रहे।