इटावा,फाइलेरिया की दवा का सेवन अवश्य करें -डॉ महेश चंद्रा
• अब तक 535843 लोग कर चुके हैं दवा का सेवन
• दवा से होने वाली दिक्कत से घबराए नहीं, यह दवा शरीर में नष्ट करती है माइक्रोफाइलेरिया
इटावा, 19 मई 2022
यदि आप फाइलेरिया की दवा का सेवन करते हैं और उसके बाद यदि पेट दर्द, उल्टी, मितली, चक्कर आना, चकत्ते पड़ना और दिल की धड़कन तेज होने जैसी समस्या होती है, तो आप घबरायें नहीं बल्कि यह फाइलेरिया होने का सबूत है। इसकी दवा आपके शरीर में फैले संक्रमण को पूरी तरह खत्म कर रही है। यह कहना है डॉ. महेश चंद्रा नोडल अधिकारी वी.बी.डी का । उन्होंने कहा कि फाइलेरिया की दवा का सेवन अवश्य करें व जिन क्षेत्रों में दवाई अभी तक नहीं खिलाई गई है वह लोग अपने क्षेत्र की आशा व आंगनबाड़ी से संपर्क कर फाइलेरिया की दवा के सेवन के संदर्भ में जानकारी ले सकते हैं।
जिला मलेरिया अधिकारी नीरज दुबे ने जनपदवासियों से अपील की है कि सभी लोग बिना भ्रमित हुए फाइलेरिया की दवा खाएं। इस दवा से कोई नुकसान नहीं होता है। कैंसर, क्षय रोगी समेत कोई भी व्यक्ति इसका सेवन कर सकता है. इस दवा से परेशानी सिर्फ उन्हीं को हो सकती है जिनके भीतर फाइलेरिया के वाहक माइक्रोफाइलेरिया पहले से मौजूद हैं। दवा के असर से उनका खात्मा होने लगता है। ऐसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए हर सीएचसी-पीएचसी पर रैपिड रिस्पांस टीम बनी हुई है जो फौरन मदद कर रही है।
डीएमओ नीरज दुबे ने बताया कि एमडीए प्रोग्राम के तहत जनपद में15.65 लाख लोगों को दवा खिलाये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है|उन्होंने बताया की उदी ब्लॉक के-58753 लोगों ने,बसरेहर ब्लॉक में-71243 लोगों ने, भरथना ब्लॉक में-74860 लोगों ने, राजपुर ब्लॉक में-33147 लोगों ने, जसवंतनगर ब्लॉक में-66863 लोगों ने,महेवा ब्लॉक में-78085 लोगों ने, सैफई-36298,सरसई नावर ब्लॉक में-56832 लोगों ने, इटावा अर्बन में 59762 लोगों ने अब तक फाइलेरिया की दवा का सेवन कर चुके हैं। लिम्फैटिक फाइलेरियासिस के उन्मूलन के लिए 19 जिलों में 12 मई से फाइलेरिया अभियान चलाया जा रहा है जो कि 27 मई तक चलेगा। डीएमओ ने बताया कि 12 मई से आशा-आंगनबाड़ी की टीम घर-घर जाकर अपने सामने लोगों को फाइलेरिया की दवा खिला रही हैं। उन्होने लोगों से आपील की है कि फाइलेरिया की दवा खाली पेट न खाएं और स्वास्थ्यकार्यकर्ता के सामने ही खाएं। यह दवा गर्भवती, गंभीर रूप से बीमार लोगों और 02 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को नहीं खिलानी है।
हमने भी किया दवाई का सेवन
छिमारा-ब्लॉक सैंफई निवासी जय प्रताप ने फाइलेरिया दवा का सेवन करने के बाद कहा कि यह दवा सभी को खानी चाहिए जिससे हम सब भविष्य में फाइलेरिया जैसी घातक बीमारी से बचे रहेंगे इसलिए इसका सेवन आवश्यक है।
ग्राम उदयपुरा ब्लॉक बसरेहर निवासी शशि ने भी दवा का सेवन किया और कहा इस दवा का सेवन करने के बाद मुझे किसी भी तरह कि कोई परेशानी नहीं हुई है। इसलिए मैं अपील करूंगी सभी लोग इस दवा का सेवन अवश्य करें।
वर्षों शरीर में पड़े रहते हैं पैरासाइट्स
डीएमओ ने बताया कि क्यूलेक्स नामक मच्छर वाउचेरिया ब्राक्फटाई नामक पैरासाइट का संक्रमण मरीज से स्वस्थ व्यक्ति में करता है। यह फाइलेरिया का वाहक है जो गंदगी में पाया जाता है। इसके पैरासाइट्स 20 साल तक शरीर में पड़े रहते हैं। अगर साल में एक बार व पांच साल तक डाईएथाइल कार्बामाजिन (डीईसी) नामक दवा का सेवन एल्बेंडाजोल गोली के साथ किया जाए तो इस बीमारी से प्रतिरक्षित हो सकते हैं। अभियान के दौरान इन्हीं दवाओं का सेवन करवाया जा रहा है।
अभियान के दौरान दवा के सेवन के प्रभाव
डॉ महेश चंद्रा (नोडल अधिकारी) ने बताया कि जिनके शरीर में माइक्रो फाईलेरिया के कीटाणु पहले से मौजूद होते हैं उन्हें दवा के सेवन के बाद कुछ प्रतिकूल प्रभाव नज़र आते हैं, जो निम्न इस प्रकार से हैं |
Ø जी मचली करना, उल्टी होना |
Ø चक्कर आना |
Ø खुजली होना
Ø हल्का बुखार
ये लोग न करे दवा का सेवन
• दो वर्ष से कम आयु के बच्चों, गर्भवती और गंभीर बीमारियों से ग्रसित व्यक्ति
ये लोंग भी करें दवा का सेवन
• कैंसर, टी.बी, उच्च, रक्तचाप, मधुमेह, अर्थराइटिस की दवा ले रहे हैं उनको भी इस दवा का सेवन अवश्य करना है।