इटावा,सदर विधायक का सरिता भदौरिया ने किया पल्स पोलियो अभियान का शुभारम्भ
कहा-पांच साल से कम उम्र के बच्चों को पोलियो की खुराक अवश्य पिलायें
जिले के लगभग 2.89 लाख बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने का लक्ष्य
इटावा 20 मार्च 2022 |
पोलियो एक ऐसी बीमारी है जो बच्चे को सामान्य जिंदगी जीने से रोक सकती है। इससे बचने के लिए पांच साल से कम उम्र के बच्चोंज को पोलियो की खुराक पिलाई जाती है | इसी को लेकर रविवार को सदर विधायका सरिता भदौरिया बच्चे को पोलियो की खुराक पिलाकर अभियान का शुभारम्भ किया |
इस दौरान उन्होंने ने कहा कि सभी लोग अपने पांच साल से कम उम्र के बच्चों को पोलियो की खुराक अवश्य पिलायें क्योंकि यह आपके बच्चे को पोलियो से सुरक्षा प्रदान करेगी |
इसकेसाथ ही कहा - सभी ग्राम प्रधान, सभासद व अन्य विभाग के लोग भी इस अभियान को सफल बनाने में अपना सहयोग दें |
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ भगवान दास ने कहा कि पोलियो का टीका बच्चेअ को पोलियो की बीमारी से बचाता है। पोलियो बहुत ज्याकदा संक्रामक है जो संक्रमित के मल से फैलती है। पोलियो वायरस नर्वस सिस्टतम तक पहुंच जाता है। इससे दिव्यांगता तक का जोखिम रहता है | भारत में पोलियो अब एक बड़ी समस्यान के रूप में नहीं है फिर भी पांच साल से कम उम्र के बच्चों के लिए पोलियो का टीका लेना जरूरी है। ऐसा इसलिए है क्यों कि अब भी दुनिया के कुछ देशों में पोलियो बचा है, इसलिए इन लोगों से भारत में इस बीमारी के आने का अंदेशा बना रहता है।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ प श्रीनिवास ने कहा कि पोलियो पांच साल से कम उम्र के बच्चों को प्रभावित करता है। पोलियो का कोई इलाज नहीं है इसलिए बच्चों को इसकी खुराक लेना बहुत जरूरी है।
डॉ श्रीनिवास ने कहा कि पोलियो दिवस के अवसर पर जिले में लगभग 1111 बूथों का गठन किया गया है जिस पर लगभग 2. 89लाख बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने का लक्ष्य रखा गया है | उन्होंने बताया कि कि इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए जिले में 678 टीमों को लगाया गया जो आज से 28 मार्च तक इस लक्ष्य को पूरा करने का प्रयास करेंगी |
उन्होंने बताया कि टीकाकरण केन्द्रों पर दवा पिलाने के बाद 21 मार्च से 28 मार्च तक स्वास्थ्य कार्यकर्ता छूटे हुए बच्चों को घर-घर जाकर पोलियो की खुराक पिलायेंगे। इसके बाद भी अगर कोई बच्चा छूट जाता है तो 28 मार्च को बी टीम बनाकर छूटे हुए बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने का प्रयास किया जायेगा |
इस अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए निजी अस्पताल व नर्सिंग होम की मदद भी ली जा रही है । अभियान के तहत जिले के पहुंच विहीन दूरस्थ क्षेत्रों, झुग्गी झोपड़ी, मलिन बस्ती, ईट भट्ठा, अस्थाई बसाहटों आदि क्षेत्रों के बच्चों को भी पोलियो की खुराक पिलाई जा रही है । इसके साथ ही यात्रा करने बालों के बच्चों को बस स्टैंड व रेलवे स्टेशन आदि स्थानों पर ट्रांजिट दलों के माध्यम से पोलियो की खुराक पिलाई जा रही है।