गोरखपुर,होली पर कोरोना को देखते हुए बरतें खास सतर्कता : सीएमओ
घर के बने रंग, मिष्ठान व पकवान से ही करें एक दूसरे का स्वागत
सीएमओ ने होली की तैयारियों के दृष्टिगत जनपदवासियों से की अपील
*गोरखपुर, 06 मार्च 2022*
चुनाव के बाद अब लोग होली की तैयारियों में जुटने लगे हैं, ऐसे में कोरोना को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने जनपदवासियों को खास तौर पर सजग और सतर्क किया है । मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आशुतोष कुमार दूबे ने अपील की है कि कोविड और मिलावट को देखते हुए खुद से तैयार किए गए खोवा और देशी घी की ही मिठाई घर पर बनाएं । बाजार के मिलावटी तेल, घी और खोवे से बनी मिठाइयाँ आपकी सेहत पर असर डाल सकती हैं | कोविड को भी देखते हुए बाहरी चीजों के सेवन से बचना श्रेयस्कर होगा ।
सीएमओ ने कहा कि बाजार के खोवा में आलू, शकरकंदी के अलावा कई नुकसानदायक सामग्री भी मिलाकर दुकानदारों द्वारा बेचा जाता है | सुगंध मिलाकर देशी घी बनाते हैं । नमकीन और मसालों में भी खूब मिलावट की जाती है । ऐसी चीजों का सेवन करने से लोग बीमार पड़ सकते हैं | ऐसे में उचित यही रहेगा कि नमकीन घर पर बनाएं और बाजार के खोवे की जगह मेवे के साथ सूजी का इस्तेमाल करें ।
ह्रदय रोगी और उच्च रक्तचाप के रोगी खानपान में विशेष परहेज बरतें । होली की मस्ती में अत्यधिक मिठाई, घी, तेल और नमक का सेवन न करें, नहीं तो होली का त्योहार आपके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालेगा । अगर इन बीमारियों से ग्रसित हैं तो चिकित्सक द्वारा बतायी गयी दवाओं का सेवन नियमित करते रहें ।
*रासायनिक रंगों से रहना होगा सतर्क*
डॉ. दूबे ने बताया कि बाजार में होली के समय बिकने वाले रासायनिक रंग बाल, आँख व त्वचा के लिए अत्यंत नुकसानदेह हो सकते हैं | अगर यह रंग किसी भी प्रकार से शरीर के अंदर चले जाएं तो श्वसन तंत्र , पाचन तंत्र, गुर्दे, लीवर और ह्रदय तक को नुकसान पहुंचाते हैं । होली पर घातक रासायनिक रंगों की जगह हरबल रंगों का प्रयोग लाभदायक होता है । हरबल रंग बाजार में अत्यंत महंगे बिकते हैं, इसलिए दुकानदार अक्सर उस पर नकली लेबल लगा कर रासायनिक रंग ही बेचते हैं । ऐसे में हल्दी, चंदन, रोली मिला कर अबीर बनाएं। गेंदे के फूल, मेहंदी की पत्तियों और चुकंदर को उबाल कर गीला रंग भी बना सकते हैं ।
*होली खेलते समय सावधानियां*
• बच्चों को अकेले होली न खेलने दें
• जब भी होली खेलने जाएं तो पूरी बांह के मोटे कपड़े पहने, जूते पहने, सर पर तेल लगा कर टोपी लगाएं और शरीर के खुले हुए भाग पर कोई भी तेल या मास्चराइजर लगा कर और आंखों पर चश्मा लगा कर जाएं।
• जब होली की हुड़दंग हो तो गर्भवती माताओं को इससे दूर रहना चाहिए
*मदिरा और भांग से रहें दूर*
सीएमओ ने कहा कि मदिरा और भांग से भी दूर रहें, क्योंकि इनसे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है । नशे की स्थिति में लोग सामाजिक अपराध भी कर बैठते हैं , जिसके लिए हमेशा पछताना पड़ता है । नशे के कारण सड़क दुर्घटनाओं की भी आशंका बढ़ जाती है। बाहर से आने वाले लोग जहरखुरानी से सतर्क रहें और किसी भी अनजान व्यक्ति द्वारा दी गयी चीजों का सफर में सेवन न करें ।
*कोविड के प्रति रहें सतर्क*
डॉ. दूबे ने कहा कि कोविड का टीका लगवाने के बावजूद सतर्क रहना होगा क्योंकि कोविड अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है । स्नेह प्रकट करने के लिए गले मिलने के स्थान पर अभिवादन, हाथ जोड़ कर प्रणाम या अग्रजों का चरण स्पर्श करके भारतीय परम्पराओं का अनुसरण करते हुए एक दूसरे को होली की खुशियां एवं आशीर्वाद बांटें। याद रहे मास्क, दो गज की दूरी और हाथों की स्वच्छता कोविड से बचने के लिए जरूरी है, इसलिए गले मिलने से और हाथ मिलाने से परहेज करना है । इन नियमों का पालन करने से कोरोना व अन्य बीमारियों से बचे रहेंगे और सुरक्षित शुभ होली मनाने में सफल होंगे।